स्व0 श्री लालजी टण्डन जीवन भर राष्ट्रवाद के मूल्यों का अनुसरण
करते हुए अपने कर्तव्यों का लगातार निष्ठापूर्वक निर्वहन करते रहे, उनका
व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को आज भी प्रेरणा प्रदान कर रहा : मु ख्यमंत्री
जब भी व्यक्ति मूल्यों, आदर्शों और मर्यादाओं का पालन करते
हुए आगे बढ़ता है, तो उसे शिखर तक पहुंचने में अधिक देर नहीं
लगती, स्व0 श्री टण्डन के व्यक्तित्व व कृतित्व में यह परिलक्षित होता
स्व0 श्री टण्डन ने प्रदेश व देश की राजनीति में लगभग
07 दशक तक अपनी एक मजबूत पहचान बनाए रखी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां बिहार एवं मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्व0 श्री लालजी टण्डन की 90वीं जयन्ती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्व0 श्री लालजी टण्डन जीवन भर राष्ट्रवाद के मूल्यों का अनुसरण करते हुए अपने कर्तव्यों का लगातार निष्ठापूर्वक निर्वहन करते रहे। उनका व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को आज भी प्रेरणा प्रदान कर रहा है। जब भी व्यक्ति मूल्यों, आदर्शों और मर्यादाओं का पालन करते हुए आगे बढ़ता है, तो उसे शिखर तक पहुंचने में अधिक देर नहीं लगती। स्व0 श्री टण्डन के व्यक्तित्व व कृतित्व में यह परिलक्षित होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्व0 श्री टण्डन ने प्रदेश व देश की राजनीति में लगभग 07 दशक तक अपनी एक मजबूत पहचान बनाए रखी। लखनऊ में एक सामान्य कार्यकर्ता, स्वयंसेवक, लखनऊ नगर पालिका परिषद व लखनऊ नगर निगम के पार्षद, विधान परिषद सदस्य, विधायक, प्रदेश सरकार के मंत्री तथा लखनऊ के लोकप्रिय सांसद के रूप में उनकी सार्वजनिक छवि, आम जनमानस के साथ उनके संवाद तथा हर एक व्यक्ति के सुख-दुःख में सहभागी बनने के उनके जज्बे को सभी ने देखा है। स्व0 श्री टण्डन के अनुयायियों की एक लम्बी सूची है। उनके अनुयायियों को उनके मूल्यों और आदर्शों से जुड़े रहने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि कोई पीड़ित व्यक्ति स्व0 श्री टण्डन के पास सहायता मांगने के लिए जाता था, तो वह प्रत्येक बाधा को दूर कर उसकी मदद अवश्य करते थे। उनके मन में पीड़ितों के लिए संवेदना दिखायी देती थी। वह अपने मूल्यों और आदर्शों के साथ हर समय पीड़ितों की मदद के लिए तत्पर रहते थे। बिहार एवं मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर उन्हांने अपने संवैधानिक दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। इन दोनों स्थानों पर उन्होंने प्रत्येक दल के कार्यकताओं व जनता-जनार्दन के साथ मधुर सम्बन्ध बनाकर कार्य किया।
मुख्यमंत्री जी ने स्व0 श्री आशुतोष टण्डन गोपाल के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व0 श्री टण्डन के निधन के कुछ ही समय पश्चात उनके पुत्र और प्रदेश सरकार के मंत्री रहे श्री आशुतोष टण्डन गोपाल भी हमारे बीच नहीं रहे। प्रत्येक व्यक्ति को अपने साथ जोड़ने के सामर्थ्य तथा अपने पिता के गुणों को लेकर वह निरन्तर आगे बढ़ते रहे। उन्होंने टण्डन परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए तथा उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा कि पार्टी और प्रदेश सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरुण, सांसद श्री ब्रजलाल, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे
2- मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को बैसाखी की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बैसाखी पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
अपने शुभकामना संदेश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बैसाखी का त्योहार हमारी गौरवशाली परम्परा एवं समृद्ध विरासत का प्रतीक है। नई फसल के कटने से जुड़ा यह त्योहार हमारे देश की कृषक परम्पराओं और समृद्ध संस्कृति का भी परिचायक है। बैशाखी दिन दसवें सिख गुरु गोबिन्द सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। यह दिन भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े उत्साह से अलग-अलग त्योहारों के रूप में मनाया जाता है। यह सभी त्योहार नव वर्ष के आगमन के प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कामना की है कि हर्ष और उल्लास का पर्व बैसाखी सभी के जीवन में समृद्धि और प्रसन्नता लाए
