मुख्यमंत्री ने जनपद हरदोई के रुइयागढ़ी में सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा नरपति सिंह रैकवार के विजय दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर अपने विचार व्यक्त किये मुख्यमंत्री ने अमर सेनानी राजा नरपति सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी
जनपद हरदोई के विकास से सम्बन्धित 650 करोड़ रु0 लागत की 729 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया आज देश के प्रथम स्वातंत्र्य समर के अमर सेनानी भारत माता के महान सपूत राजा नरपति सिंह रैकवार का विजय दिवस : मुख्यमंत्री
सन् 1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर में पूरे देश ने एकजुट होकर अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायी, देश के अलग-अलग स्थानों पर यह अभियान आगे बढ़ा महाराजा नरपति सिंह की पावन धरा पर स्थित तालाब
को प्रदेश सरकार पक्षी विहार के रूप में विकसित करेगी
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में हम सभी बदलते हुए भारत को देख रहे,
सभी को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्राप्त हो रहा
हरदोई में मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ हो चुका, यहां नर्सिंग कॉलेज बनने जा रहा
गंगा एक्सप्रेस-वे 99 किलोमीटर की सर्वाधिक दूरी हरदोई में तय करने जा रहा
हरदोई की सीमा पर पी0एम0 मित्र टेक्सटाइल पार्क बनने जा रहा, इसके
माध्यम से लाखों युवाओं को स्थानीय स्तर पर नौकरी व रोजगार मिलेंगे
डबल इंजन सरकार विरासत का सम्मान करती तथा विकास को भी आगे बढ़ाती
हरदोई में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत
01 लाख 15 हजार परिवारों को आवास की सुविधा प्रदान की गयी
विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए
आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा, महिलाओं को विकास में भागीदार बनाना
पड़ेगा, युवाओं की स्किल को स्केल के साथ जोड़ना पड़ेगा
मुख्यमंत्री ने राजा नरपति सिंह स्मारक परिसर में पौधरोपड़ किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि आज देश के प्रथम स्वातंत्र्य समर के अमर सेनानी भारत माता के महान सपूत राजा नरपति सिंह रैकवार का विजय दिवस है। जिनके शौर्य और पराक्रम के कारण आज हम स्वतंत्रता का उपभोग कर रहे हैं तथा विकास योजनाओं को आगे बढ़ा रहे हैं। हमें इस विजय उत्सव के माध्यम से उस महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का स्मरण करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद हरदोई के रुइयागढ़ी में सन् 1857 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजा नरपति सिंह रैकवार के विजय दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने अमर सेनानी राजा नरपति सिंह रैकवार की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद हरदोई के विकास से सम्बन्धित 650 करोड़ रुपये लागत की 729 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। उन्होंने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक, आवास और ट्रैक्टर की प्रतीकात्मक चाभी, प्रमाणपत्र, लैपटॉप/टैबलेट एवं स्मार्टफोन, टूलकिट, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों को नियुक्ति पत्र, दिव्यांगजन को ट्राईसाइकिल एवं अन्य सहायक उपकरण आदि प्रदान किये। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का भी अवलोकन किया तथा राजा नरपति सिंह स्मारक परिसर में पौधरोपड़ किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संविधान लागू होने के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरा देश अमृत महोत्सव के कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ रहा है। संविधान के शिल्पी बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर द्वारा जिस कार्ययोजना के साथ संविधान का निर्माण किया गया था, उस कार्ययोजना को आगे बढ़ाते हुए तथा संविधान के प्रति सर्वाच्च सम्मान व्यक्त करते हुए हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ परिकल्पना के साथ विकास के पथ पर निरन्तर अग्रसर हैं। बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर द्वारा दिये गये संविधान के कारण आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पूरा देश उत्तर से दक्षिण तथा पूर्व से पश्चिम तक विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध दिखायी दे रहा है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में हम सभी बदलते हुए भारत को देख रहे हैं। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के दर्शन हो रहे हैं। विगत 10 वर्षां में भारत दुनिया की महाशक्ति के रूप में स्थापित हुआ है। भारत दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। अगले 02 वर्षां में भारत अमेरिका व चीन के बाद दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। यह हम सभी के लिए गौरव का क्षण होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज हर भारतवासी जिस गौरव की अनुभूति कर रहा है। सभी को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्राप्त हो रहा है। नयी-नयी विकास योजनाओं के प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों के माध्यम से शासन तक पहुंच रहे हैं। यह कार्य वर्ष 1947 से पहले गुलामी के कालखण्ड में सम्भव नहीं था। उस समय विकास का अभाव, गरीबी, अव्यवस्था, भुखमरी तथा बेरोजगारी आदि स्थितियां थीं। लोगों को पलायन करने तथा अकाल का शिकार होने के लिए मजबूर होना पड़ता था। आजादी की मांग करने वाले लोगों को अत्याचार सहना पड़ता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सन् 1857 के प्रथम स्वातंत्र्य समर में पूरे देश ने एकजुट होकर अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ आवाज उठायी। देश के अलग-अलग स्थानों पर यह अभियान आगे बढ़ा। बैरकपुर से विद्रोह का बिगुल बजाने वाले मंगल पाण्डेय से जब पूछा गया कि आप ब्रिटिश सेना का हिस्सा होने के बावजूद स्वतंत्रता के लिए संघर्ष क्यों करना चाहते हैं, तो उन्होंने कहा कि मेरा देश स्वतंत्र होना चाहिए तथा भारत माता की आन-बान-शान की रक्षा होनी चाहिए, उन्हें इस नौकरी से कोई लगाव नहीं है। जब अंग्रेजों ने झांसी की सुरक्षा के बदले रानी लक्ष्मीबाई को उनकी अधीनता स्वीकार करने के लिए कहा तो रानी लक्ष्मीबाई ने अंग्रेजों के प्रस्ताव को अस्वीकार करते हुए कहा कि झांसी भी सुरक्षित रहेगी और भारत स्वतंत्र होकर रहेगा। मैं अपनी झांसी किसी हाल में अंग्रेजों को नहीं सौपूंगी। उनके शौर्य व पराक्रम को देखकर हर भारतवासी के मुंह से निकला कि ‘खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी’। पं0 रामप्रसाद बिस्मिल ने कहा था ‘तेरा वैभव अमर रहे माँ, हम दिन चार रहें न रहें’।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बिठूर में पेशवा नाना राव के नेतृत्व में सन् 1857 के स्वातंत्र्य समर की जो रणनीति बनायी गयी, उस रणनीति को आधार बनाकर हरदोई में राजा नरपति सिंह अभियान आगे बढ़ा रहे थे। आज हम जिस स्थान पर हैं, यह उनका दुर्ग था। यहां स्थित राजा नरपति सिंह का स्मारक हम सभी को प्रेरणा प्रदान कर रहा है। यह स्मारक आधुनिक भारत के तीर्थ हैं। वर्तमान पीढ़ी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान से अवगत कराना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हरदोई में मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ हो चुका है। यहां नर्सिंग कॉलेज बनने जा रहा है। क्या पहले कोई सोचता था कि हरदोई को मेरठ और दिल्ली से तथा हरदोई को प्रयागराज से जोड़ने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे 99 किलोमीटर की सर्वाधिक दूरी हरदोई में तय करने जा रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे के माध्यम से हरदोई से दिल्ली पहुंचने में बहुत कम समय लगेगा। साथ ही प्रयागराज तथा वाराणसी जाने में भी समय की बचत होगी। विकास के नये-नये कार्यक्रम आगे बढ़ेंगे। नये निवेश आएंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हरदोई की सीमा पर पी0एम0 मित्र टेक्सटाइल पार्क बनने जा रहा है। इसके माध्यम से लाखों युवाओं को स्थानीय स्तर पर नौकरी व रोजगार मिलेंगे। उन्हें देश के अन्य शहरों में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि देश की अलग-अलग जगहों के युवा भी हरदोई में रोजगार प्राप्त कर सकेंगे। यहां की कारीगरी और बुनकरी बहुत शानदार है। यहां कपड़े का अच्छा कार्य होता है। टेक्सटाइल पार्क बनने से इन कारीगरों और बुनकरों के हुनर को और अधिक तराशने का अवसर प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन सरकार विरासत का सम्मान करती है तथा विकास को भी आगे बढ़ाती है। महाराजा नरपति सिंह की पावन धरा पर स्थित तालाब को प्रदेश सरकार पक्षी विहार के रूप में विकसित करेगी। इसे बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। आप सभी ने प्रयागराज महाकुम्भ में विरासत और विकास का अद्भुत संगम देखा होगा। पूरी दुनिया उत्तर प्रदेश का सामर्थ्य देख रही थी। महाकुम्भ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आये। संगम की त्रिवेणी में हर जाति, सम्प्रदाय, भाषा तथा क्षेत्र के लोग बिना भेदभाव के स्नान कर रहे थे। महाकुम्भ में जो आया, यहां से अभिभूत होकर गया। दुनिया के 100 से अधिक देशों के लोग महाकुम्भ में आये। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का यह दृश्य दुनिया में अन्यत्र देखने को नहीं मिलेगा। यह कार्य सभी के सम्मिलित प्रयास से सम्भव हो सका।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्होंने यहां लगायी गयी प्रदर्शनी में देखा कि जनपद के अन्नदाता किसानों, हस्तशिल्पियों और कारीगरों ने बहुत अच्छे-अच्छे उत्पाद तैयार किये हैं। यदि इन उत्पादों का डिस्प्ले कर लोगों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए, तो रोजगार का सृजन होगा, नये गाइड मिलेंगे तथा यहां के विकास को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। आज हरदोई को 650 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात मिल रही है। इनमें कनेक्टिविटी, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल आदि से सम्बन्धित योजनाएं सम्मिलित हैं। यह योजनाएं आमजन के जीवन में व्यापक परिवर्तन का आधार बनेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हरदोई में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 01 लाख 15 हजार परिवारों को आवास की सुविधा प्रदान की गयी है। प्रदेश में 10 करोड़ लोग आयुष्मान कार्ड का लाभ ले रहे हैं। अन्नदाता किसानों को किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। महिलाओं को लखपति दीदी जैसी योजनाओं से जोड़ने का काम हो रहा है। विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा। महिलाओं को विकास में भागीदार बनाना पड़ेगा। युवाओं की स्किल को स्केल के साथ जोड़ना पड़ेगा। सरकार गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाले प्रत्येक परिवार को सभी सुविधाओं से आच्छादित करने की व्यवस्था करने जा रही है। ऐसे परिवारों के एक सदस्य को नौकरी व रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा। ऐसा करने से वर्ष 2047 तक भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश में विकास की नयी-नयी परियोजनाएं चल रही हैं। एक्सप्रेस-वे, हाई-वे, पोर्ट, एयरपोर्ट बन रहे हैं। रेलवे का संजाल बिछ रहा है। रैपिड रेल तथा मेट्रो का संचालन हो रहा है। सुरक्षा के बेहतर वातावरण में निवेश आता है। रोजगार का सृजन होता है। हम लोग सुरक्षा के इस बेहतर वातावरण से जुड़कर आगे बढ़ रहे हैं।
इस अवसर पर आबकारी एवं मद्य निषेध राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री नितिन अग्रवाल, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती रजनी तिवारी, सांसद श्री जयप्रकाश रावत व श्री अशोक रावत, विधायक श्री आशीष सिंह, श्री मानवेन्द्र सिंह, श्रीमती अल्का सिंह, श्री श्याम प्रकाश सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे
