सोमवार शाम को रोहतक जिला के सापला के नजदीक आग लग गई यह हादसा ट्रेन में गंधक पोटाश की वजह से हुआ हादसे की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस और राजकीय रेलवे पुलिस मौके पर पहुंच गई पैसेंजर ट्रेन शाम 4:20 पर रोहतक रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी यह पैसेंजर ट्रेन करीब 30 मिनट बाद सापला रेलवे स्टेशन पहुंची वहां ठहरने के बाद यह बहादुरगढ़ के लिए रवाना हुई पैसेंजर ट्रेन में अचानक ही एक डिब्बे में जोरदार धमाका हुआ इसी के साथ डिब्बे में आग लग गई धमाके की आवाज होते ही पैसेंजर ट्रेन में भगदड़ मच गई चलती पैसेंजर से लोग ट्रेन में कूदने लगे चार व्यक्ति घायल हो गए इस बीच किसी ने चेन खींचकर पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया सूचना मिलने पर पुलिस की विभिन्न टीम मौके पर पहुंच गई फायर टेंडर की मदद से आग पर काबू पाया गया लोगों ने बताया पैसेंजर ट्रेन में सफर कर रहे लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति अपने साथ गंधक पोटाश लेकर सफर कर रहा था इस वजह से यह हादसा हुआ आग लगने की वजह से पूरा डब्बा काला पड़ गया धमाके की जांच के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी बुलाई गई है एक प्रत्यक्ष दर्शी ने बताया कि पैसेंजर ट्रेन जैसे ही संपला रेलवे स्टेशन से रवाना हुई उसी के साथ धमाका हो गया यह धमाका इतनी तेज थी कि लोगों में अपराध तकरीर मच गई वहीं एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक पैसेंजर ट्रेन के डिब्बे में अपनी सीट पर बैठा हुआ था सीट के ऊपर जहां पर सामान रखते हैं वहीं पर किसी ने दीपावली पर बेचने के लिए गंधक पोटाश और लोहे के औजार रखे हुए थे तभी अचानक ही आग लगने से धमाका हुआ पटाखों पर बैन की वजह से खुले आम बेचा जा रहा गंधक पोटाश सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते पटाखों पर बैन की वजह से गंधक पोटाश खुले आम बेचा जा रहा है लोहे के उपकरण में एक पाइप लगाव होता है जिसमें गंधक पोटाश का मिश्रण डाला जाता है इसके बाद पाइप में सरिया डालकर दबाव बनाया जाता है जिससे गंधक पोटाश तक दबाव पड़ता है और उपकरण से तेज आवाज बाहर आती है आवाज के साथ जहरीला दूंगा भी निकलता है इन दोनों या पटाखा का विकल्प बन गया है दीपावली पर पटाखों के बैन होने के चलते पोटाश गंधक की मांग बढ़ गई है
