राजद सांसद मनोज झा।
– फोटो : सोशल मीडिया।
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झारखंड विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से भी कम का समय रह गया है। इस बीच इंडिया गठबंधन में सीटों की स्थिति को लेकर तनातनी की स्थिति पैदा हो गई। दरअसल, हाल ही में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी पार्टी झामुमो और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे के समझौते का एलान किया था। इस पर रविवार को निराशा व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कहा कि उसे राज्य में 12 सीट से कम पर लड़ना स्वीकार नहीं होगा। पार्टी ने कहा कि अगर उसे अकेले चुनावी मैदान में उतरना पड़ा, तो उस स्थिति में भी वह इंडिया गठबंधन को नुकसान नहीं पहुंचाएगी।
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बता दें कि राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया है। इसमें कांग्रेस, राजद और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भी शामिल हैं। हालांकि, राज्य स्तर पर यह गठबंधन पार्टियों के बीच सहमति न बन पाने की वजह से कई बार मुश्किलों में घिरा है। ताजा मामला शनिवार का ही है, जब झामुमो और कांग्रेस ने घोषणा की कि दोनों दल राज्य की 81 विधानसभा सीट में से 70 पर चुनाव लड़ेंगे।
राजद ने अकेले लड़ने की मंशा पर क्या कहा?
राजद प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने कहा, ‘‘12-13 सीट से कम हमें स्वीकार नहीं है, क्योंकि राजद की झारखंड की 18-20 सीटों पर मजबूत पकड़ है। अगर हमें तीन-चार सीट पर चुनाव लड़ने के लिए कहा जाता है, तो हम कोई त्याग करने के लिए तैयार नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा एकमात्र लक्ष्य भाजपा को हराना है, हम इंडिया गठबंधन को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।’’ राज्यसभा सांसद झा ने कहा कि अगर पार्टी अकेले चुनाव लड़ने का निर्णय भी लेती है, तो भी वह 60-62 सीट पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को अपना समर्थन देगी।
बता दें कि राजद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में सात सीट पर चुनाव लड़ा था और एक सीट पर जीत हासिल की थी। पार्टी के विधायक सत्यानंद भोक्ता हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंत्री हैं।