फरीदाबाद में पकड़े गए अयोध्या के मिल्कीपुर निवासी आतंकी अब्दुल रहमान से हुए खुलासे ने एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है महाकुंभ में सरकार की व्यस्तता को देखते हुए राम मंदिर पर हमले की बनाई गई योजना भले ही विफल हो गई हो लेकिन कई सारे सवाल खड़े हो रहे हैं दरअसल वर्ष 2020 में अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से लेकर अब तक देवीपाटन मंडल में 6 ऐसे लोगों को एटीएस ने पकड़ा है जिन पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप था अब नए खुलासे के बाद अयोध्या व देवी पाटन मंडल में सतर्कता बढ़ा दी गई है अयोध्या के मिल्कीपुर निवासी आतंकी अब्दुल रहमान को एटीएस ने सोमवार को पकड़ा है खुलासा हुआ है कि राम मंदिर पर हमले की साजिश आईएसआई रच रही है कई और खुलासे भी हुए हैं जांच में सामने आया कि आतंकी अब्दुल बीते कई महीनो से आतंकी संगठन के संपर्क में था सोशल मीडिया फेसबुक के जरिए इससे संपर्क किया गया जिसके बाद इसे एक ग्रुप में शामिल किया गया ग्रुप में धर्म विशेष को लेकर आहत करने वाली वीडियो शेयर की जाती थी एटीएस ने आतंकी को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी हालांकि अयोध्या से सटे देवीपाटन मंडल मुख्यालय में जुलाई 2023 में गोंडा के देहात कोतवाली के करणपुर पठान पुरवा से सद्दाम शेख और रंजीत सिंह को अलकायदा के स्लीपिंग मॉड्यूल के रूप में बेंगलुरु से दबोचा था उसी कड़ी को पड़कर एटीएस ने रामापुर दीनपुरवा के मोहम्मद रईस को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था रईस के साथी मोहम्मद सलमान को मुंबई से अरमान के साथ पकड़ा गया था इन पर आईएसआई के लिए जासूसी करने का आरोप था
