गोंडा जिला में पंडरीकृपाल ब्लॉक में तैनात रहे तत्कालीन डीटीओ समेत 5 लोगों द्वारा किए गए 31 लाख रुपए का मनरेगा घोटाला को लेकर अब मुकदमा दर्ज कराया गया बिना कार्य कराए 31 लाख रुपए का भुगतान करके 5 अधिकारियों द्वारा मनरेगा घोटाला किया गया गोंडा डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर वरिष्ठ सहायक बृजेश कुमार दुबे द्वारा गोंडा नगर कोतवाली में 31 लाख रुपए के मनरेगा घोटाले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया वरिष्ठ सहायक बृजेश कुमार दुबे के तहरीर पर तत्कालीन खंड विकास अधिकारी वर्तमान में जिला विकास अधिकारी सीतापुर हरिश्चंद्र राम प्रजापति अवर अभियंता आरएएस अंगद सिंह कुशवाहा अवर अभियंता लघु सिंचाई रमेश कुमार लेखाकार संजीव वर्मा कृष्ण कुमार मिश्रा के खिलाफ गोंडा नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है नेहा शर्मा द्वारा मनरेगा घोटाला सामने आने के बाद बीते 3 दिसंबर को ही पूरे मामले में एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए थे लेकिन डीएम के आदेश के 24 दिन बाद वरिष्ठ सहायक बृजेश कुमार दुबे द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है वरिष्ठ सहायक बृजेश दुबे द्वारा आरोप लगाया गया है कि क्षेत्र पंचायत द्वारा दरिया हरदोपट्टी मलारी टिकरिया लक्ष्मी नगर बैसिया चैन सहित कई ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों पर भुगतान के सापेक्ष मौके पर काम कम पाया गया आवश्यक अभिलेख और प्रपत्र संरक्षित किए बिना ही किसी अधिकारी के हस्ताक्षर बगैर ही धनराशि का भुगतान कर दिया गया था और सरकारी गमन किया गया है आरोप यह भी है कि जिस कार्य को मनरेगा के तहत दिखाया गया है वह कार्य मनरेगा के तहत हुआ ही नहीं है और बड़े पैमाने पर लाखों रुपए का घोटाला करके सरकारी धन का गबन किया गया है डीएम नेहा शर्मा द्वारा जो पूरे मामले की जांच कराई गई तो जांच में घोटाला निकलकर सामने आया है फिलहाल 5 अधिकारियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316 (5) के तहत मुकदमा दर्ज करके पूरे मामले की जांच उप निरीक्षक राकेश कुमार को सौंप गई है और रमेश द्वारा पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है वहीं पूरे मामले को लेकर गोंडा नगर कोतवाली संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि तहरीर देकर वरिष्ठ सहायक द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है मुकदमा दर्ज करके पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है जांच के रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी