गोंडा जिला के प्रशासन में सुशासन दिवस के तहत गांव में राजस्व वाद रहित की पहल पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है इस बार एक अनोखे तरीके से पहल करते हुए एक बड़ी ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है डीएम नेहा शर्मा के नेतृत्व में जिले के चारों तहसीलों के 101 गांव को राजस्व वाद रहित घोषित किया गया है या पल न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता की मिसाल है बल्कि ग्रामीण के जीवन में अस्थाई शांति और विकास लाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है अब इन गांव में कोई भी राज्यसूनवाद न्यायालय में कहीं भी लंबित नहीं है ना इस गांव में कोई जमीन से संबंधित विवाद है सुशासन दिवस का सिर्फ मतलब नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और प्रभावी करना है इसी के तहत जिला प्रशासन गोंडा ने महीने भर चलने वाले इस विशेष अभियान में ग्रामीणों को न्याय दिलाने और राजस्व विवादों को पूरी तरह समाप्त करने का काम किया है जिले के चारों तहसील तरबगंज करनैलगंज और गोंडा सदर में 25-25 गांव का चयन किया गया है वही मनकापुर तहसील में 26 गांव का चयन किया गया है इस मिशन को सफल बनाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिन-रात मेहनत किया है पंचायत स्तर पर विवादों का समाधान निकालने के लिए बैठकों का आयोजन किया गया जहां आपसी सहमति और बातचीत के जरिए लंबित मामलों को सुलझाया गया डीएम के आदेश पर अधिकारियों द्वारा राजस्व वाद रहित गांव बनाने के लिएसबसे पहले हर गांव में चल रहे राजस्व विवादों की सूची बनाई गई पचकारों को बुलाना संबंधित बच्चों को बातचीत के जरिए समाधान के लिए आमंत्रित किया गया आपसी सहमति मामलों को सुलझाने के लिए सहमति पर जोर दिया गया सत्यापन निस्तारित विवादों की तहसील और जिला स्तर पर जांच और सत्यापन किया गया वही गोंडा जिला अधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सुशासन दिवस के इस खास मौके पर राजस्व वाद रहित गांव की यह पहल ग्रामीणों के जीवन को सरल और विवाद मुक्त बनाने की दिशा में एक हम कदम उठाया गया है हमारी टीम ने पूरी लगन और मेहनत से इस काम को अंजाम दिया है