यूपी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी और सदस्य श्रृति शाही ने गोंडा जिला महिला अस्पताल का दौरा किया और इस दौरान कई गंभीर लापरवाही सामने ए निरीक्षण में पाया गया कि अस्पताल में 95% महिला को बाहर लेफ्ट से जांच कराई जाती है और बाहर से दवाइयां लिखी जाती हैं पर उपाध्यक्ष चौधरी ने नाराजगी जताई और दोस्ती कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए अस्पताल में लिफ्ट खराब गर्भवती महिला को चटनी पड़ी 80 सीढ़ियां निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष चारु चौधरी और सदस्य श्रृति शाही को अस्पताल के लिफ्ट खराब मिली जिसके कारण उन्हें वीडियो का सहारा लेना पड़ा लिफ्ट की खराबी के चलते गर्भवती महिलाओं को 80 सीढ़ियां चढ़कर 3 और 4 फ्लोर तक जाना पड़ रहा है इस पर चौधरी ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों से लिफ्ट की मरम्मत और सभी जांच अस्पताल के अंदर ही शुरू करने के निर्देश दिए बाहर की जांच और आशा बहू पर गंभीर आपको निरीक्षण में गर्भवती महिलाओं ने आशा बहू पर पैसे लेने का भी आरोप लगाया कई महिलाएं शिकायत लेकर आई की आशा बहू में उन्हें बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटरों पर जांच करने के लिए मजबूर करती हैं चौधरी ने इस पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों से इन मामलों की जांच करने और आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश दिया स्टाफ की कमी और मरीजों की परेशानी निरीक्षण में चौधरी ने पाया कि नरसिंह और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को बेहतर सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं जिस समय पर जांच नहीं हो पा रही महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि जल्द से जल्द स्टाफ की संख्या बढ़ाने और ट्रेनिंग देने के निर्देश दिए गए ताकि मरीजों को बेहतर सेवा मिल सके बाहरी डायग्नोस्टिक सेंटरों पर निर्भरता बड़ी चौधरी ने पाया कि अधिकतर मरीज बाहरी डायग्नोस्टिक सेंटरों पर निर्भर हैं और वहां कीजांच रिपोर्ट ही अस्पताल में इस्तेमाल हो रही है इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि मरीज के लिए सभी जांच अस्पताल में ही उपलब्ध कराई जाए ताकि बाहरी खर्चे से बचा जा सके उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने सत्य हिदायत देते हुए कहा कि जिला महिला अस्पताल को मरीजों के लिए सुरक्षित और विश्वसनीय बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे साथ ही अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए